ध्यान में रीढ़ की हड्डी में दर्द होने पर क्या करें फिर मन करता है कि बस अब उठ जाए तांगे और जोड़ी हैवी हो जाती है तब क्या करें ?
What to do in meditation when there is pain in the spine, then one feels like getting up now, the legs and the pair become heavy, what to do then?
ध्यान के दौरान रीढ़ की हड्डी में दर्द, पैरों में भारीपन, और बेचैनी जैसी समस्याएं प्रायः शारीरिक स्थिति, मुद्रा, या ऊर्जा प्रवाह में बाधा के कारण होती हैं। इसे दूर करने और ध्यान को सहज बनाने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
1. सही मुद्रा अपनाएं:
- रीढ़ सीधी और आरामदायक होनी चाहिए:
- ध्यान करते समय रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें, लेकिन इसे मजबूर न करें। अगर सीधे बैठने में दर्द होता है, तो कुर्सी का सहारा लें या दीवार से टिक कर बैठें।
- योगासन जैसे सुखासन, अर्धपद्मासन, या कुर्सी पर बैठकर ध्यान कर सकते हैं।
- कुशन या तकिया का उपयोग करें:
- कूल्हों को थोड़ा ऊंचा रखने के लिए ध्यान करते समय एक तकिया या कुशन का उपयोग करें। इससे घुटनों और कूल्हों का तनाव कम होगा।
2. शरीर को तैयार करें (Pre-Meditation Preparation):
- सुखद आसन में बैठने से पहले व्यायाम करें:
- ध्यान से पहले हल्की स्ट्रेचिंग करें। विशेष रूप से, रीढ़, कमर, और पैरों के लिए खिंचाव वाले अभ्यास करें।
- कटि चक्रासन, भुजंगासन, और पवनमुक्तासन रीढ़ की लचक बढ़ाने में मददगार होते हैं।
- पैरों की मालिश करें:
- ध्यान से पहले तिल या सरसों के तेल से पैरों और जांघों की मालिश करें। यह भारीपन को कम करेगा।
- शवासन (Corpse Pose):
- ध्यान से पहले कुछ मिनट शवासन में लेटकर शरीर को पूरी तरह आराम दें।
3. ध्यान के दौरान दर्द और भारीपन से निपटना:
- धीरे-धीरे सहनशीलता बढ़ाएं:
- शुरुआत में ध्यान का समय कम रखें। धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं। 10-15 मिनट से शुरुआत करें और फिर समय बढ़ाएं।
- पैरों की स्थिति बदलें:
- ध्यान के दौरान यदि पैर सुन्न या भारी हो जाएं, तो धीरे-धीरे मुद्रा बदलें।
- श्वास पर ध्यान दें:
- दर्द महसूस होने पर अपनी श्वास को लंबा और गहरा करें। यह शरीर को शांत करता है और ध्यान में बने रहने में मदद करता है।
4. ऊर्जा प्रवाह को संतुलित करना:
- मूलाधार चक्र पर ध्यान दें:
- पैरों और रीढ़ में भारीपन अक्सर ऊर्जा के असंतुलन का संकेत हो सकता है। मूलाधार चक्र (Root Chakra) पर ध्यान केंद्रित करने से ऊर्जा स्थिर होती है।
- नाड़ी शोधन प्राणायाम (Alternate Nostril Breathing):
- ध्यान से पहले या बाद में 5-10 मिनट तक यह प्राणायाम करें। यह ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है।
5. सहायक साधन और आरामदायक तकनीक:
- योग ब्लॉक या बेंच का उपयोग करें:
- अगर सीधे बैठने में समस्या हो रही है, तो ध्यान बेंच का उपयोग करें। यह रीढ़ और पैरों को आराम देता है।
- गर्म पानी से स्नान करें:
- ध्यान से पहले या बाद में गर्म पानी से स्नान करें। यह मांसपेशियों को आराम देता है और दर्द कम करता है।
- मेडिटेशन चेयर:
- यदि ज़मीन पर बैठना मुश्किल हो, तो ध्यान के लिए बनी विशेष कुर्सी का उपयोग करें।
6. मानसिक तैयारी:
- दर्द को स्वीकार करें:
- ध्यान के दौरान यदि दर्द या भारीपन महसूस हो, तो उसे संघर्ष के रूप में न लें। उसे स्वाभाविक रूप से स्वीकारें और धीरे-धीरे श्वास पर ध्यान लगाएं। समय के साथ यह कम हो सकता है।
- ध्यान छोड़ने की इच्छा को रोकें:
- जब मन "उठने" को कहे, तब थोड़ा और समय ध्यान में रहें। यह इच्छाशक्ति को मजबूत करेगा।
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